आज इस ब्लॉग के माध्यम से मै अपने हृदय की पीड़ा को लिख रहा हूं अगर आप मेरी बात से सहमत हो तो इस ब्लॉग को हर उस अपने साथी के साथ शेयर कीजिए जो आज नशे के कारण अपने साथ साथ पूरे परिवार को दुख की तपती भट्ठी मे झोकता ही चला जा रहा है।
आज मै बात करना चाहता हूं तंबाकू की, उससे होने वाले नुकसान,परिणाम एवं छोड़ने के कुछ उपायों के बारे में।
बिहार में सर्वाधिक तम्बाकू का इस्तेमाल होता है। यहां के 53.5 प्रतिशत लोग तम्बाकू सेवन करते हैं जबकि राष्ट्रीय औसत 35 है।
एनएफएचएस -4 के सर्वे के अनुसार बिहार में दो तिहाई पुरुष तथा 8 प्रतिशत महिलाएं इसमें भी 5 प्रतिशत गर्भवती तथा 10.8 फीसद बच्चों को दूध पिलाने वालीं महिलाएं किसी न किसी रूप में तम्बाकू सेवन करती हैं। प्रदेश के हाईस्कूल में पढऩे वाले 61.4 प्रतिशत छात्र तथा 51.2 फीसद छात्राएं और 70 प्रतिशत से अधिक शिक्षक किसी न किसी रूप में तम्बाकू सेवन करते हैं।
आइए_जानते_है_इसके_नुकसान_के_बारे_में
पहली बार जब घोड़े के पेट में कीड़ों को मारने के लिए तम्बाकू का प्रयोग किया गया था तब किसी ने सोचा भी नहीं था एक दिन यह मनुष्यों की जान की सबसे बड़ी दुश्मन होगी।
आज देश के 27 करोड़ लोग घातक परिणामों को जानते हुए भी इसका सेवन कर रहे हैं। केवल तम्बाकूजनित बीमारियों से देश में हर वर्ष करीब 15 लाख लोगों की मौत होती है। सबसे खतरनाक पहलू यह कि छात्रों में इसके सेवन की ललक बढ़ रही है। प्रदेश के आंकड़े तो और भी चौंकाने वाले हैं।
यहां हर वर्ष 80 हजार लोग और प्रतिदिन औसतन 280 लोग तम्बाकूजनित रोगों से असमय काल के गाल में जा रहे हैं।
कैंसर जागरूकता फैलाने में जुटे ओंको सर्जन डॉ. वीपी सिंह के अनुसार पूर्वोत्तर राज्यों को छोड़ दिया जाए तो देश में बिहार में सर्वाधिक तम्बाकू का इस्तेमाल होता है। यहां के 53.5 प्रतिशत लोग तम्बाकू सेवन करते हैं जबकि राष्ट्रीय औसत 35 है।
चिकित्सकों की माने तो तम्बाकू सबसे खतरनाक पोटेशियम सायनाइड जहर से भी घातक है क्योंकि इससे मरने वाले अधिकांश लोग उत्पादन क्षमता वाले अर्थात 25 से 65 वर्ष के होते हैं। साथ ही साइनाइड जिसके शरीर में जाता है, उसी की जान जाती है। तम्बाकू धुएं के रूप में तो आसपास रहने वालों को भी खतरनाक रोगों को तोहफा देती है।
तम्बाकू_छोडऩे_में_उपयोगी_टिप्स :
- आसपास से तम्बाकू की सभी चीजें हटा दें।
- एक दिन तय कर उस दिन बिल्कुल तम्बाकू सेवन न करें।
- तम्बाकू छोडऩे के बाद शरीर के जहरीले व रासायनिक पदार्थों से मुक्त होने के अच्छे प्रभाव पर गौर करें।
- तलब लगे तो उसे थोड़ी देर के लिए भुला दें। धीरे-धीरे घूंट लेकर पानी पिएं, गहरी सांस लें व ध्यान हटाने के लिए दूसरा कार्य करें।
- सामान्य दिनचर्या बदलें, सुबह टहलने जाएं।
- ऐसी जगह न जाएं जहां तलब तेज हो।
- तम्बाकू की तलब घटाने को सौंप, मिश्री, लौंग या दालचीनी का प्रयोग करें।
- ऐसे दोस्तों के साथ रहें जो तम्बाकू सेवन से दूर रहने को प्रेरित करें।
- तम्बाकू सेवन न करने से होने वाली बचत को ध्यान कर अपने फैसले को मजबूत बनाएं।
- यदि तम्बाकू छोड़ देंगे तो लोग आपके नक्शे-कदम पर चलेंगे।
आइए साथ मिलकर ऐसे नौजवानों को रोकें और इन नौजवानों को उनके भविष्य के बारे में और जागरुक करें ।यकीन मानिए एक दिन हम अवश्य सफल होंगे ।
सोचिए यदि हमारी यह मुहिम सफल हुई तो दुनिया में भारत एक ऐसा देश होगा जिसमें एक भी नशा करने वाला व्यक्ति नहीं होगा ,विश्व गुरु बनने की ओर हम मजबूती से बढ़ पाएंगे और दुनिया को एक बार फिर से इस नए भारत के असली चरित्र का अंदाजा हम करवा पाएंगे।
आज से आप शपथ लीजिए कि आप यदि तंबाकू का सेवन करते हैं तो नहीं करेंगे और कम से कम 10 लोगो को तंबाकू छोड़ने की शपथ दिलाएंगे।
साथियों, तंबाकू छोड़ने में योग एक महत्वपूर्ण साधन साबित हो रहा है क्योंकि मन पर नियंत्रण रखना किसी अन्य साधन से संभव ही नहीं है। बिना किसी पैसों के आप घर बैठे योग के माध्यम से तंबाकू छोड़ सकते है और लोगो को तंबाकू छोड़ने में उनकी मदद कर सकते है।
यदि आपके पास योग करने का कोई साधन उपलब्ध न हो तो आप MDVTI INDIA के फेसबुक पेज पर:- https://www.facebook.com/mdvtiindia/
जाकर प्रतिदिन योग सुबह सीख सकते है।
साथियों,
हमारा संस्थान "स्वस्थ भारत समृद्धि भारत" के मिशन को पूरा करने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है और हमारा यह संकल्प बिना तंबाकू को जड़ से समाप्त किए बिना पूरा नहीं हो सकता है।
हम योग से माध्यम से आसानी से तंबाकू को समाप्त करना चाहते है ।इसमें हमें आपके सहयोग की अपेक्षा है। आइए साथ मिलकर योग के माध्यम से इस भयावह बीमारी को जड़ से समाप्त करें क्योंकि भारत देश में यह कई व्यक्तियो को नहीं बल्कि कई परिवारों को तबाह कर रहा है।
पूरा ब्लॉग पढ़ने हेतु आपका सहृदय बहुत बहुत धन्यवाद 🙏